शनावास का 70 में निधन: मलयालम सिनेमा को बड़ा झटका
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। मलयालम सिनेमा के वरिष्ठ अभिनेता और दिग्गज सुपरस्टार प्रेम नजीर के बेटे शनावास का 70 में निधन हो गया है। उन्होंने सोमवार रात 11:30 बजे अंतिम सांस ली।
शनावास का 70 में निधन उनके प्रशंसकों और इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा धक्का है। वे लंबे समय से किडनी और दिल की समस्याओं से जूझ रहे थे और पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।
मनोरेमा न्यूज़ से मिली पुष्टि
इस खबर की पुष्टि मलयालम मीडिया समूह मनोरेमा ने की है। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि शनावास का अंतिम संस्कार आज, 5 अगस्त को पलायम मुस्लिम जमत कब्रिस्तान में किया जाएगा। यह वही जगह है जहां कई दिग्गज कलाकारों की अंतिम यात्रा पूरी हुई है।
शनावास: एक कलाकार, एक विरासत
शनावास, जिनका जन्म मलयालम सुपरस्टार प्रेम नजीर और उनकी पत्नी हबीबा बीवी के घर हुआ था, उन्होंने मलयालम और तमिल फिल्मों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
उनका बचपन तिरुवनंतपुरम में बीता और प्राथमिक शिक्षा चिरायिनकीझू इंग्लिश मीडियम स्कूल और यरकौड के मॉन्टफोर्ट स्कूल से हुई। बाद में उन्होंने चेन्नई के न्यू कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में मास्टर्स की डिग्री हासिल की।
फिल्मी सफर की शुरुआत

शनावास का 70 में निधन ऐसे समय हुआ जब वे अपनी सादगी, अभिनय क्षमता और मधुर स्वभाव के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1981 में बालचंद्र मेनन की फिल्म ‘प्रेम गीतांगल’ से की।
इसके बाद उन्होंने कई यादगार फिल्मों में काम किया, जिनमें शामिल हैं:
- मझनिलावु
- ईयुगम
- मनियारा
- नीलगिरी
- गर्भश्रीमान
- जकारियायुदे गर्भिनिकल
तमिल फिल्मों में भी दिखाया जलवा
शनावास ने सिर्फ मलयालम ही नहीं, बल्कि तमिल फिल्मों में भी अपनी पहचान बनाई। उनके अभिनय में एक खास गंभीरता और सहजता थी जो उन्हें भीड़ से अलग करती थी। वे विलेन से लेकर सहायक किरदारों तक हर भूमिका को बेहतरीन ढंग से निभाते थे।
करियर में लिया ब्रेक और की वापसी
अपने करियर के चरम पर पहुंचने के बाद शनावास ने एक्टिंग से ब्रेक लिया। कई वर्षों बाद उन्होंने 2011 में फिल्म चाइना टाउन से वापसी की।
उनकी आखिरी फिल्म 2022 में पृथ्वीराज के साथ आई ‘जन गण मन’ थी, जिसमें उनका किरदार सराहा गया।
टीवी सीरियल्स में भी दी मौजूदगी
शनावास का 70 में निधन केवल फिल्म इंडस्ट्री के लिए नहीं, बल्कि टेलीविजन जगत के लिए भी बड़ी क्षति है। उन्होंने कई टीवी धारावाहिकों में काम किया, जैसे:
- शंखुमुगम
- वेलुथु कैटरीना
- कदमत्तथु काथानार
- सत्यमेव जयते
उन्होंने अपने पिता प्रेम नजीर के साथ भी फिल्मों में स्क्रीन साझा की, जिनमें इवन ओरु सिंघम जैसे फिल्म शामिल है।
पारिवारिक जीवन
उनके परिवार में पत्नी आयशा, बेटे अजीत खान और शमीर खान, और बहू हाना हैं। परिवार के लिए यह समय बेहद दुखद है। वे एक सौम्य स्वभाव के इंसान थे, जो अपने परिवार और कला दोनों से प्यार करते थे।
96 फिल्मों का सफर
अपने पूरे करियर में शनावास ने करीब 96 फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने हर तरह के किरदार को निभाया — हीरो, विलेन, सपोर्टिंग रोल्स, यहां तक कि सामाजिक विषयों पर बनी फिल्मों में भी वे नजर आए।
उनकी फिल्मों में मानवीय भावनाएं, समाजिक मुद्दे और पारिवारिक मूल्यों की झलक साफ दिखती थी।
अंत में श्रद्धांजलि
शनावास का 70 में निधन निश्चित रूप से मलयालम सिनेमा की अपूरणीय क्षति है। वे न केवल एक उम्दा कलाकार थे बल्कि एक अच्छे इंसान भी।
उनकी यादें और योगदान हमेशा साउथ इंडियन सिनेमा में जीवित रहेंगे।
फोकस कीवर्ड:
शनावास का 70 में निधन
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