17 जून | ANI
तेल अवीव [इज़राइल]: इज़राइल और ईरान के बीच जारी गंभीर संघर्ष के बीच इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने तेहरान में एक सटीक एयरस्ट्राइक के जरिए ईरान के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी सैन्य सलाहकार अली शादमानी को मार गिराया है।
इज़राइल डिफेंस फोर्स ने मंगलवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा, “पांच दिनों में दूसरी बार, IDF ने ईरान के युद्धकालीन चीफ ऑफ स्टाफ और शीर्ष सैन्य कमांडर अली शादमानी को खत्म कर दिया है। यह हमला केंद्रीय तेहरान में हमारी एयरफोर्स की सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया।”
ईरानी ठिकानों पर इज़राइली हमले तेज
IDF के अनुसार, इज़राइल वर्तमान में ईरान समर्थित संगठनों के खिलाफ कई मोर्चों पर युद्ध कर रहा है। विशेष रूप से, IDF की टुकड़ियों ने गाज़ा के खान यूनिस क्षेत्र में यूरोपियन अस्पताल के पास हमास की भूमिगत सुरंगों को चिन्हित और सील करने के लिए अभियान चलाया। इन सुरंगों में से एक में मोहम्मद सिनवार का शव मिला था।
IDF ने बताया कि सुरंगों को बंद करने के लिए लगभग 250 क्यूबिक मीटर कंक्रीट डाला गया। इस ऑपरेशन को बेहद सावधानी से अंजाम दिया गया ताकि अस्पताल की इमारत को कोई नुकसान न पहुंचे।
युद्ध में पांच दिन, सैकड़ों की जान गई
ईरान और इज़राइल के बीच यह सीधा संघर्ष अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है। अब तक ईरान में 224 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि इज़राइल में 24 लोगों की मौत हुई है। दोनों देशों के बीच मिसाइल हमलों का सिलसिला लगातार जारी है, जिससे नागरिकों में दहशत का माहौल है।
नेतन्याहू का बड़ा बयान: खामेनेई को निशाना बनाना युद्ध का अंत
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी चैनल ABC न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाना संघर्ष को बढ़ाएगा नहीं, बल्कि खत्म करेगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खामेनेई की हत्या के इज़राइली प्रस्ताव को अस्वीकार किया था, तो उन्होंने कहा, “यह युद्ध को नहीं बढ़ाएगा, बल्कि समाप्त करेगा।”
नेतन्याहू ने ईरान पर पश्चिम एशिया में दशकों से आतंकवाद फैलाने और परमाणु युद्ध के कगार तक ले जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ईरान यह ‘फॉरेवर वॉर’ चाहता है, लेकिन हम इसका अंत कर रहे हैं। यह केवल तभी संभव है जब हम बुराई की ताकतों का डटकर सामना करें।”
उन्होंने इशारा किया कि इज़राइल ने पहले भी ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है और आगे भी ज़रूरत पड़ने पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।

‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत हमला
बीते सप्ताह, इज़राइल ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के तहत ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़ा हवाई हमला किया था। इसके जवाब में ईरान ने कई बैलिस्टिक मिसाइलें इज़राइली शहरों की ओर दागीं, जिससे यह संघर्ष और भड़क गया।
ईरान और इज़राइल के बीच यह सीधा टकराव मध्य पूर्व में एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध का संकेत दे रहा है। जहां एक ओर इज़राइल ने ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाकर शक्ति का प्रदर्शन किया है, वहीं दूसरी ओर ईरान के जवाबी हमलों ने स्थिति को और संवेदनशील बना दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि क्या वैश्विक शक्तियां इस संघर्ष को रोकने के लिए आगे आती हैं या यह युद्ध और भीषण रूप ले लेता है।
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