National Go Fishing Day 2025 के मौके पर जानिए मछली पकड़ने के इतिहास, इसके फायदे, उत्सव मनाने के तरीके और फिशिंग से जुड़ी रोचक बातें। यह दिन शांति, आत्मनिर्भरता और प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक है।
सूरज जैसे ही क्षितिज के पार उगता है, आसमान को लाल और नारंगी रंगों से रंग देता है। पानी की सतह पर नाचते कीटों की हल्की गूंज सुनाई देती है, जिसे समय-समय पर मछली के पानी से बाहर छलांग लगाने की आवाज़ तोड़ देती है। यह वही मछली होती है, जो शायद किसी का सुबह का नाश्ता बनने वाली है।
National Go Fishing Day, यानि राष्ट्रीय मछली पकड़ने का दिन, ऐसे ही शांत, आत्मविवेचन से भरे पलों और उन लोगों को समर्पित है, जो मछली पकड़ने के इस अद्भुत अनुभव में मानसिक शांति और संतोष पाते हैं।
National Go Fishing Day कैसे मनाएं?
1. मछली पकड़ने जाएं
इस दिन को मनाने का सबसे अच्छा तरीका है, मछली पकड़ने निकल जाएं। चाहे आप बोट फिशिंग करना पसंद करते हों और नाव के पीछे बंसी डालकर शांत लहरों में चलना, या फिर पानी में खड़े होकर फ्लाई फिशिंग करना, हर किसी के लिए मछली पकड़ने का कोई न कोई तरीका होता है।
अगर आपको मछली पकड़ना पसंद नहीं भी है, तो भी यह मानना पड़ेगा कि एक झील के किनारे चुपचाप बैठकर फिशिंग रॉड पकड़ना और पास में बियर का डिब्बा रखना, किसी भी कामकाजी दिन से कहीं बेहतर है।
2. फिशिंग प्रतियोगिता में भाग लें
अगर आप फिशिंग में थोड़े अनुभवी हो गए हैं और इसे अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं, तो किसी फिशिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेना बेहतरीन विकल्प है। ऐसे कई टूर्नामेंट होते हैं, जिनमें जीतने पर नकद इनाम भी मिलता है। यह न केवल चुनौतीपूर्ण होता है, बल्कि इसमें सीखने का भरपूर मौका भी होता है।
3. क्रिएटिव बनें
हम सभी ने जीवन में कभी न कभी ‘फिश’ किया है, कभी तारीफ पाने के लिए, कभी खाने के साथ सही वाइन खोजने के लिए। पर असली मछली पकड़ना एक कला है, जो धैर्य और ताकत दोनों की मांग करता है।
चाहे आप पुराने तरीके से कीड़े (मगट) का इस्तेमाल करें या अब कॉर्न बाइट जैसे आधुनिक विकल्पों पर आए हों, मछली पकड़ना एक ऐसा शौक है, जो रविवार की सुबह की सैर से कहीं अधिक हो सकता है।
नेशनल गो फिशिंग डे का इतिहास
मछली पकड़ना मानव सभ्यता की शुरुआत से भोजन का स्रोत रहा है। आधुनिक युग में यह न केवल एक विशाल उद्योग है, बल्कि स्पोर्ट फिशिंग और सर्वाइवल फिशिंग के रूप में एक अहम गतिविधि बन चुका है।
यह दिन उन लोगों को भी समर्पित है, जो जीविका या आत्मनिर्भरता के लिए मछली पकड़ते हैं। फिशिंग न केवल आपके खाने की थाली में भोजन जोड़ने का तरीका है, बल्कि दोस्तों और परिवार के साथ जुड़ाव बढ़ाने का भी एक सुंदर अवसर है।
मछली पकड़ने के तरीके
- रॉड और रील फिशिंग – सबसे आम तरीका
- फ्लाई फिशिंग – बहते जल में नकली मक्खी से मछली पकड़ना
- बो-फिशिंग – तीर से मछली मारने की विधि
इसके अलावा दुनियाभर में अलग-अलग पारंपरिक तरीके भी अपनाए जाते हैं।

मछली पकड़ने के फायदे
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है- जब आप वह कर रहे होते हैं जो आपको पसंद है, तो आपका शरीर खुद को हील कर रहा होता है। फिशिंग में खुशी और संतोष का भाव इसे और प्रभावशाली बनाता है।
- मानसिक शांति मिलती है- प्राकृतिक वातावरण में समय बिताने से तनाव कम होता है और मानसिक रूप से ताजगी मिलती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है- बड़ी मछली को रील करना एक शारीरिक व्यायाम है जो आपकी मांसपेशियों और हृदय को मजबूत करता है।
- आत्मनिर्भरता और धैर्य का विकास- मछली पकड़ना सीखने के लिए धैर्य की जरूरत होती है, जिससे मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
- पारिवारिक समय का उत्तम विकल्प-“आओ बच्चों, दादाजी के साथ चिनूक पकड़ने चलें” – ऐसा पल परिवार में आत्मीयता और संबंधों को मजबूत करता है।
National Go Fishing Day एक ऐसा अवसर है जो हमें प्रकृति से जुड़ने, अपने भीतर झाँकने, और मानसिक शांति पाने का मौका देता है। अगर आपने अभी तक मछली पकड़ने की कोशिश नहीं की है, तो 18 जून को नेशनल गो फिशिंग डे के बहाने जरूर शुरू करें।
अपना ‘Gone Fishing’ बोर्ड घर के बाहर टांगिए, फिशिंग रॉड उठाइए, और चल पड़िए—क्योंकि यह दिन है, सिर्फ और सिर्फ मछली पकड़ने के नाम!
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