Tension in Balochistan: Locals Block CPEC Route After Youth Abducted in Broad Daylight – Top15News: Latest India & World News, Live Updates

Balochistan Enforced Disappearance Protest: बलूचिस्तान के केच ज़िले के मुख्य शहर तुरबत में 16 जून को एक बार फिर जबरन गायब कर दिए जाने (Enforced Disappearance) की घटना ने जनता को झकझोर कर रख दिया है। यावर हबीब, जो कि हबीब बलूच के बेटे हैं, को तुरबत हाईकोर्ट के बाहर दिनदहाड़े अगवा कर लिया गया। इसके विरोध में उनके परिजनों और स्थानीय लोगों ने चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) हाईवे पर शापक इलाके में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया।

बलूचिस्तान जबरन गायब व्यक्ति विरोध प्रदर्शन: तुरबत (पाकिस्तान), 19 जून 2025 — बलूचिस्तान के केच ज़िले के मुख्य शहर तुरबत में 16 जून को एक बार फिर जबरन गायब कर दिए जाने (Enforced Disappearance) की घटना ने जनता को झकझोर कर रख दिया है…

चश्मदीदों का दावा: Plain Clothes में आए लोग उठा ले गए यावर

स्थानीय मीडिया The Balochistan Post के मुताबिक, यावर हबीब अपने पिता के साथ कोर्ट की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे थे, तभी कुछ सादे कपड़ों में लोग उन्हें एक गाड़ी में जबरन बैठाकर ले गए। परिजनों ने बताया कि यावर पहले भी इसी तरह गायब किए जा चुके हैं और बाद में रिहा किए गए थे। अब दोबारा ऐसे ही घटना से परिवार की चिंता और गहरी हो गई है।

प्रदर्शनकारियों ने CPEC हाईवे रोका, की तत्काल रिहाई की मांग

प्रदर्शनकारियों ने शापक इलाके में CPEC की मुख्य सड़क को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। लोगों ने बैनर, पोस्टर और नारेबाजी के माध्यम से यावर की सुरक्षित वापसी की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने कदम नहीं उठाया, तो प्रदर्शन अनिश्चितकालीन जारी रहेगा।

मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन: प्रदर्शनकारियों का आरोप

प्रदर्शन के दौरान लोगों ने कहा कि बलूचिस्तान में जबरन गायब कर देने की घटनाएं अब रोजमर्रा का हिस्सा बन गई हैं और इसमें सरकारी चुप्पी इन अपराधियों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर संज्ञान लें और पाकिस्तानी सरकार पर दबाव डालें ताकि जवाबदेही तय की जा सके।

CPEC परियोजना पर भी उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर CPEC (चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर) परियोजना पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बलूच नागरिकों का आरोप है कि उनकी ज़मीनें बिना सहमति अधिग्रहित की जाती हैं और स्थानीय लोगों को विकास कार्यों से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। विरोधियों का कहना है कि जब तक स्थानीय लोगों के अधिकार सुरक्षित नहीं होंगे और लापता नागरिकों को वापस नहीं लाया जाएगा, तब तक CPEC के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।

Protesters blocking CPEC highway with banners in Turbat, Balochistan

Protesters blocking CPEC highway with banners in Turbat, Balochistan

बलूचिस्तान में वर्षों से जारी है लापता लोगों की तलाश

यह घटना बलूचिस्तान में लगातार बढ़ती हुई “लापता लोगों” की घटनाओं की कड़ी में एक और नाम जोड़ देती है। Voice for Baloch Missing Persons (VBMP) जैसे संगठनों के मुताबिक, हजारों परिवार वर्षों से अपने लापता प्रियजनों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। कई मामलों में तो लापता व्यक्तियों के शव ही बरामद हुए हैं। लेकिन सरकारी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिलती।

सामाजिक विश्वास पर चोट: स्थानीयों में डर और असुरक्षा

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि ऐसे घटनाक्रम न सिर्फ परिवारों को मानसिक रूप से तोड़ते हैं, बल्कि क्षेत्र में संस्थानों के प्रति विश्वास भी कम होता जा रहा है। यावर को सुरक्षित वापस लाए बिना और भविष्य में ऐसे अपहरणों पर रोक के बिना आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की मांग

बलूच कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC), Amnesty International, Human Rights Watch जैसे संगठनों से भी अपील की है कि वे इस गंभीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाएं ताकि पाकिस्तानी प्रशासन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव डाला जा सके।

यह लापता लोगों का संकट बलूचिस्तान के सामाजिक ताने-बाने पर गहरा असर डाल रहा है। यहां के युवा वर्ग में भय और असुरक्षा का माहौल है, और लोगों का राज्य और प्रशासन पर से विश्वास लगातार खत्म होता जा रहा है। हर नए अपहरण की घटना के साथ बलूच जनता का गुस्सा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

Source | ANI

Yoga Day 2025: India to Celebrate with 1 Lakh Mass Yoga Events under ‘One Earth, One Health’ Theme

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *