हिमाचल प्रदेश में सोमवार रात Himachal Cloud Burst की 17 घटनाओं ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया। मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र में स्थित स्याठी गांव पूरी तरह से जलप्रलय में बह गया। अब तक Himachal Cloud Burst की वजह से 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग अब भी लापता हैं।
Himachal Cloud Burst के कारण मंडी में भारी नुकसान
Himachal Cloud Burst की सबसे भीषण मार मंडी जिले ने झेली है। स्याठी गांव के 61 लोगों को रेस्क्यू किया गया है लेकिन अब भी कई गांवों तक प्रशासन की पहुंच नहीं बन पाई है। थुनाग, करसोग और गोहर में सड़कें टूट गई हैं और संचार व्यवस्था ठप है।
वायुसेना से मांगी गई मदद, सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने मंडी जिले के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया और कहा कि Himachal Cloud Burst के बाद राहत कार्यों में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने वायुसेना से मदद मांगी है ताकि बंद सड़कों के कारण फंसे लोगों तक राहत पहुंचाई जा सके।
Himachal Cloud Burst से 245 सड़कें बंद, 918 ट्रांसफार्मर ठप
Himachal Cloud Burst की वजह से प्रदेश में 245 सड़कें अवरुद्ध हैं। 918 बिजली ट्रांसफार्मर और 683 पेयजल योजनाएं बंद हो चुकी हैं। मंडी जिले में 148 घर, 104 गोशालाएं और 14 पुल नष्ट हो गए हैं। साथ ही 31 वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें जुटीं राहत कार्य में
सराज क्षेत्र सहित कई स्थानों पर Cloud Burst के कारण फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं। अब तक करीब 370 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। कुल्लू की बंजार घाटी से 250 सैलानियों को सुरक्षित निकाला गया है।
Himachal Cloud Burst: दो शवों की पहचान, किया अंतिम संस्कार
स्यांज क्षेत्र में बहे दो शवों की पहचान के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। थुनाग और जंजैहली जैसे क्षेत्रों में राहत पहुंचाना अब भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। जिला प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।

प्रभावितों को मिलेगा राहत पैकेज और बढ़ा मुआवजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि Himachal Cloud Burst से प्रभावित परिवारों को विशेष राहत पैकेज दिया जाएगा। जिनके घर, पशुधन और गोशालाएं नष्ट हुई हैं, उन्हें अतिरिक्त मुआवजा भी मिलेगा। सीएम ने मंडी-कोटली सड़क की स्थिति का निरीक्षण भी किया।
Himachal Cloud Burst के पीछे जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार?
मुख्यमंत्री सुक्खू ने संकेत दिया कि Himachal Cloud Burst जैसी घटनाओं के पीछे जलवायु परिवर्तन भी एक अहम कारण हो सकता है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से इस विषय पर संयुक्त अध्ययन की आवश्यकता जताई है।
हेलीकॉप्टर से पहुंचाई गई राहत सामग्री
थुनाग और जंजैहली क्षेत्रों में सड़कों के टूट जाने के कारण Himachal Cloud Burst से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाई गई। 1000 राहत किट तैयार की गईं, जिनमें से 172 किटें बुधवार को वितरित की गईं। इनमें आटा, चावल, दाल, तेल, नमक और अन्य जरूरी सामान शामिल हैं।
संचार सेवा बहाली की कोशिशें जारी
थुनाग क्षेत्र में वी-सैट पोर्टल की मदद से संचार व्यवस्था को बहाल करने की कोशिश की जा रही है ताकि Himachal Cloud Burst से प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों में तेजी लाई जा सके। दो गर्भवती महिलाओं को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर लाया गया है।
Himachal Cloud Burst के बीच मौसम अलर्ट
बुधवार को राज्य में बारिश में थोड़ी राहत मिली, लेकिन मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को Himachal Cloud Burst जैसी भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 5 से 7 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
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