Estonia Song and Dance Celebration ने एक बार फिर साबित किया कि गीत और नृत्य न केवल सांस्कृतिक अभिव्यक्ति हैं, बल्कि राष्ट्रीय पहचान और एकता का स्रोत भी हैं। राजधानी टालिन (Tallinn) में इस चार दिवसीय उत्सव के दौरान 32,000 से अधिक गायकों और 10,000 से अधिक नर्तकों ने भाग लिया, जिसमें हर उम्र के लोगों ने अपनी परंपराओं को गर्व से पेश किया।
बारिश भी नहीं रोक सकी उत्साह
शनिवार और रविवार को भारी बारिश के बावजूद Estonia Song and Dance Celebration में दर्शकों और कलाकारों की भारी भीड़ उमड़ी। रविवार को मुख्य गायन कार्यक्रम में 19,000 से अधिक गायकों ने देशभक्ति गीत “My Fatherland is My Love” प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने भी साथ गाया और झंडे लहराए।
परंपरा जो 150 वर्षों से चली आ रही है
Estonia Song and Dance Celebration की परंपरा 1869 में टार्टू शहर से शुरू हुई थी और यह अब लगभग हर पांच साल में आयोजित की जाती है। यह परंपरा “Singing Revolution” के रूप में जानी गई जब 1980 के दशक में हजारों लोगों ने सोवियत शासन के खिलाफ एकजुट होकर गीतों के माध्यम से विद्रोह किया।
सभी उम्र के लोग बने हिस्सा
6 साल की उम्र से लेकर 93 साल तक के प्रतिभागी, पारंपरिक परिधान पहनकर इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कई ऐसे लोग भी थे जो विदेशों में बस चुके हैं, लेकिन इस आयोजन में भाग लेने के लिए विशेष रूप से वापस लौटे।
Estonia Song and Dance Celebration को UNESCO ने 2003 में Intangible Cultural Heritage of Humanity के रूप में मान्यता दी थी।
कार्यक्रम के सह-निर्देशक Rasmus Puur ने कहा कि इस बार के आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी इस बात को दर्शाती है कि लोग रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी वैश्विक घटनाओं के बाद और अधिक एकता की भावना महसूस करना चाहते हैं।
क्षेत्रीय भाषाओं पर विशेष ध्यान
इस वर्ष का थीम “बोलियाँ और क्षेत्रीय भाषाएँ” था, जिसमें पारंपरिक गीतों के साथ-साथ नए लिखे गए गीत भी शामिल थे। हालांकि कुछ गीत दर्शकों के लिए नए थे, फिर भी सभी को साथ गाने के अवसर मिले।
“My Fatherland is My Love”, जो पहले 1960 में सोवियत विरोध के रूप में गाया गया था, आज भी इस उत्सव का सबसे भावनात्मक हिस्सा बना हुआ है। इस बार भी इसी गीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ और दर्शकों ने खड़े होकर भावनात्मक रूप से सहभागिता की।
जीवन के हर क्षेत्र से लोग
चाहे वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियर Karl Keskuela हों या लक्समबर्ग से आई Marina Nurming, सभी ने इस उत्सव को अपनी पहचान और गौरव से जोड़ा। Marina ने इसे “Singing ourselves free” बताया।
Estonia Song and Dance Celebration न केवल एस्टोनिया की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है, बल्कि यह दुनिया को यह संदेश भी देता है कि एकता, परंपरा और गीतों के माध्यम से संघर्ष को भी जीता जा सकता है। यह आयोजन एक ऐसा मंच है जहां भावनाएं, परंपरा और भविष्य एक साथ गाते हैं।
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