ANI | 27 मई, 2025 | 14:50 IST
फ्रांस के महासागर मामलों के राजदूत और UN महासागर सम्मेलन (UNOC3) के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति के विशेष दूत ओलिवियर पोइवरे ड’आर्वर ने वैश्विक महासागरों पर बढ़ते संकट पर चिंता जताई। उन्होंने BBNJ संधि को तुरंत लागू करने की मांग की।
यह बयान उन्होंने जून 2025 में नीस, फ्रांस में होने वाले UNOC3 सम्मेलन से पहले दिया। इसके साथ ही, उन्होंने इंडो-पैसिफिक देशों की ब्लू इकॉनमी में भूमिका की भी सराहना की।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अभी कदम नहीं उठाए गए, तो 2100 तक समुद्र का स्तर 4 मीटर तक बढ़ सकता है। इससे समुद्री जीवन और तटीय आबादी पर गहरा असर पड़ेगा।
ड’आर्वर ने कहा:
“यह ट्रम्प के चुनाव के बाद पहली महासागर शिखर बैठक है। इसके अलावा, इंडो-पैसिफिक देश प्रमुख हितधारक हैं। वे नौवहन, मछली पकड़ना और समुद्री सेवाओं से जुड़े हैं। इसलिए, समुद्र का भविष्य उनके लिए महत्वपूर्ण है। BBNJ संधि को लागू करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भारत ने जुलाई 2024 में इस संधि पर हस्ताक्षर किए थे। अब उसे जल्द से जल्द अनुमोदन (ratification) करना चाहिए।
क्या है BBNJ संधि?
BBNJ (High Seas Treaty) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है। यह संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि (UNCLOS) के तहत आती है। इसका उद्देश्य उच्च समुद्री क्षेत्रों (High Seas) में जैव विविधता की सुरक्षा है।

मुख्य बिंदु:
- समुद्री संसाधनों पर कोई देश संप्रभु अधिकार नहीं जताएगा।
- संसाधनों से होने वाला लाभ सभी देशों में न्यायसंगत और समान रूप से बंटेगा।
- इसमें पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन, क्षेत्र आधारित प्रबंधन, वैज्ञानिक और पारंपरिक ज्ञान, और एहतियाती सिद्धांत शामिल हैं।
- यह संधि SDG 14 (पानी के नीचे जीवन) और अन्य सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी।
महासागर संकट और वैश्विक चिंता
फ्रांसीसी राजनयिकों ने कहा कि महासागर अभी भी 17 सतत विकास लक्ष्यों में सबसे कम वित्तपोषित क्षेत्र हैं।
उन्होंने जोड़ा,
“वास्तव में, जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न 90% अतिरिक्त गर्मी महासागर अवशोषित कर रहे हैं। इससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र और तटीय समुदायों पर गहरा असर पड़ रहा है।”
2025 संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन: क्या होगा खास?
📅 तिथि: 9–13 जून 2025
📍 स्थान: नीस, फ्रांस
🤝 आयोजक: फ्रांस और कोस्टा रिका
मुख्य विषय:
- सम्मेलन का विषय है – “कार्य में तेजी और सभी हितधारकों को महासागर संरक्षण के लिए एकजुट करना”।
- इसमें 16 प्रशांत क्षेत्रीय राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष, वैज्ञानिक, विशेषज्ञ और उद्योग जगत के लोग शामिल होंगे।
- चर्चाओं में ब्लू इकॉनमी, समुद्र स्तर में वृद्धि से प्रभावित शहर और क्षेत्र, और BBNJ संधि का कार्यान्वयन शामिल होगा।
- सम्मेलन का उद्देश्य महासागरों के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए सभी पक्षों को संगठित करना है। साथ ही, SDG 14 को लागू करने की दिशा में काम करना है।
सम्मेलन का मुख्य विषय है “महासागर के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए सभी पक्षों को संगठित करना और कार्रवाई में तेजी लाना”। सम्मेलन का उद्देश्य सतत विकास के लिए महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए आगे और तत्काल कार्रवाई का समर्थन करना और एसडीजी 14 के कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए अन्य तरीकों और साधनों की पहचान करना है।
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