Israel Iran War अब अपने दूसरे सप्ताह में पहुंच चुका है। यह संघर्ष अब सिर्फ सैन्य नहीं, बल्कि कूटनीतिक मोर्चों पर भी असर डाल रहा है। 13 जून 2025 को इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बमबारी के साथ यह युद्ध शुरू हुआ था। इसके जवाब में ईरान ने भी मिसाइल और ड्रोन हमलों की बौछार कर दी।
Israel Iran War में इजरायल की धमाकेदार बमबारी
शुक्रवार को इजरायली वायुसेना ने Israel Iran War के तहत ईरान में मिसाइल निर्माण केंद्रों और सैन्य अनुसंधान एजेंसी SPND के मुख्यालय को 60 से अधिक लड़ाकू विमानों से निशाना बनाया। इजरायल का मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना और उसकी मिसाइल क्षमताओं को कमजोर करना है।
इजरायली सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एएफी डेफ्रिन ने कहा कि Israel Iran War में हमारी हवाई कार्रवाई अब और तेज हो रही है। तेहरान और पश्चिमी ईरान में हमारे पास अभी भी कई लक्ष्य हैं।
Israel Iran War में नागरिकों पर असर
इस युद्ध में आम नागरिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। दक्षिणी इजरायल के शहरों में ईरानी मिसाइलों की चपेट में आने से एक छह मंजिला इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। पांच लोगों को मामूली चोटें आईं और मानसिक तनाव की भी शिकायतें आईं।
वहीं, एक ईरानी मिसाइल हमले में इजरायल के बेयरशेवा स्थित सोरोका अस्पताल परिसर को नुकसान पहुंचा। इसमें 80 मरीज और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए।
Israel Iran War में इजरायल की चेतावनी
इजरायली रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस युद्ध में अयातुल्ला अली खामेनेई को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारी सेना को स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि इस युद्ध में अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए यह व्यक्ति जीवित नहीं रहना चाहिए।”
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका पर विश्वास जताया और कहा कि “मुझे विश्वास है कि ट्रंप अमेरिका के हित में सही निर्णय लेंगे।”
अमेरिका की भूमिका और ट्रंप का फैसला
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप Israel Iran War में अमेरिका की भूमिका को लेकर विचार कर रहे हैं। उनका ध्यान ईरान के फोर्डो यूरेनियम समृद्धि केंद्र पर बंकर बस्टर बम से हमला करने पर है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अमेरिका की सैन्य भूमिका अगले दो हफ्तों में तय होगी।
Israel Iran War में कूटनीति और टकराव
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची को जेनेवा में यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के अधिकारियों से मिलने के लिए जाते देखा गया है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जब तक इजरायल के हमले नहीं रुकते, तब तक कोई वार्ता संभव नहीं है।
उन्होंने अमेरिका को इस युद्ध के लिए जिम्मेदार ठहराया और उसे इजरायल का सहयोगी बताया।
Israel Iran War में अब तक की स्थिति
अब तक Israel Iran War में ईरान में 657 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक हैं। 2,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं, ईरान ने इजरायल पर 450 मिसाइलें और 1,000 ड्रोन दागे हैं, जिनमें से अधिकतर को इजरायली डिफेंस सिस्टम ने रोक लिया। फिर भी 24 लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए हैं।

परमाणु विवाद और Israel Iran War
ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, लेकिन वह 60% यूरेनियम समृद्ध कर रहा है, जो हथियार-ग्रेड 90% से एक कदम पीछे है। इजरायल ने अपने परमाणु कार्यक्रम को कभी सार्वजनिक नहीं किया, परंतु माना जाता है कि वह अकेला परमाणु संपन्न देश है इस क्षेत्र में।
Israel Iran War की अगली दिशा
इजरायल ने ईरान के नटांज़, इस्फहान और तेहरान के पास सेंट्रीफ्यूज वर्कशॉप्स, बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चर्स को तबाह कर दिया है। इसके बाद से ईरानी हमलों में हल्की कमी आई है।
Israel Iran War ने पूरे मध्य-पूर्व में अस्थिरता फैला दी है। अब यह युद्ध सिर्फ दो देशों के बीच नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी एक बड़ा संकट बनता जा रहा है।
Source | AP News
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