कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 जानिए यहां
कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 इस साल सावन के पावन अवसर पर लागू कर दिया गया है। जैसे-जैसे कांवड़ यात्रा 2025 आगे बढ़ रही है, उत्तर प्रदेश खासतौर से मेरठ ज़िले में भारी संख्या में कांवड़िए दिखाई दे रहे हैं। शिवभक्तों की सुविधा और आम नागरिकों के ट्रैफिक को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए मेरठ पुलिस ने दो चरणों में एक सख्त और विस्तृत ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार किया है।
मेरठ में लागू हुआ कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025
कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 के पहले चरण की शुरुआत 10 जुलाई से हो चुकी है। इस दिन से मेरठ शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं 19 जुलाई से सिर्फ कांवड़ियों और आवश्यक सेवाओं के वाहनों को ही कांवड़ मार्ग पर चलने की अनुमति दी जाएगी।
दिल्ली से देहरादून जाने वाले रूट में बदलाव
जो लोग दिल्ली से देहरादून के लिए यात्रा कर रहे हैं, उन्हें कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 के तहत डासना इंटरचेंज से होकर हापुड़, किठौर और मवाना होते हुए बिजनौर के रास्ते उत्तराखंड में प्रवेश करना होगा। यह रूट भारी वाहनों के लिए 10 जुलाई से और हल्के वाहनों के लिए 19 जुलाई से अनिवार्य होगा।
सड़कों पर एक लेन कांवड़ियों के लिए तय
कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 के अनुसार, शहर की सड़कों पर एक लेन कांवड़ियों के लिए विशेष रूप से आरक्षित की गई है, जबकि दूसरी लेन आम नागरिकों के लिए खुली रहेगी। यह व्यवस्था ट्रैफिक के सुचारू संचालन और शिवभक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर की गई है।

कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था हुई सख्त
मेरठ पुलिस द्वारा लागू किए गए कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 में कांवड़ मार्ग पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। सड़कों पर लगे CCTV कैमरे, ड्रोन निगरानी और QRT (Quick Response Team) तैनात की गई है ताकि किसी भी प्रकार की जाम या अव्यवस्था को तुरंत सुलझाया जा सके।
बिजली के खंभों को किया गया सुरक्षित
कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 के तहत पूरे मार्ग पर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। बिजली के खंभों को प्लास्टिक से पैक कर दिया गया है ताकि किसी कांवड़िए को करंट लगने का खतरा ना हो।
कांवड़ियों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी
हर साल की तरह इस बार भी कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 में यह अनुमान लगाया गया है कि लाखों की संख्या में कांवड़िए उत्तराखंड के हरिद्वार से गंगाजल लाकर अपने-अपने शिवालयों में जल अर्पण करेंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेषकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और सहारनपुर में कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
क्यों जरूरी है कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025?
- आमजन के ट्रैफिक को बाधित होने से बचाना
- शिवभक्तों को सुरक्षित और व्यवस्थित मार्ग देना
- शहर में आपात सेवाओं को बिना रुकावट चलाना
- किसी भी अप्रिय घटना को रोकना
कब तक लागू रहेगा कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025?
कांवड़ यात्रा ट्रैफिक डायवर्जन प्लान 2025 सावन मास समाप्त होने तक प्रभावी रहेगा। जब तक कांवड़िए गंगाजल लेकर वापस अपने गंतव्यों तक नहीं पहुंच जाते, यह प्लान शहर और हाईवे दोनों जगह लागू रहेगा।

यात्रियों के लिए सलाह
- अगर आप इस दौरान यात्रा की योजना बना रहे हैं तो ट्रैफिक रूट को अच्छे से जान लें।
- वैकल्पिक रूट को अपनाएं और GPS से ट्रैफिक अपडेट लेते रहें।
- कांवड़ियों के लिए बनाए गए विशेष मार्गों पर आम वाहन ना चलाएं।
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