South Calcutta Law College Rape Case के बाद 11 दिनों तक बंद रहने के बाद साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज सोमवार को भारी सुरक्षा के बीच दोबारा खोला गया। कॉलेज प्रशासन ने केवल प्रथम सेमेस्टर के बीए एलएलबी छात्रों को बुलाया, जो अब तक अपने परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाए थे। कॉलेज में प्रवेश पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी और प्रत्येक छात्र का आईडी कार्ड चेक किया जा रहा था। कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पूरे समय सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करते देखे गए।
छात्रों और अभिभावकों में बनी रही चिंता
सुबह 10 बजे जैसे ही कॉलेज के गेट खुले, लगभग 100 छात्र अपने अभिभावकों के साथ परिसर में पहुंचे। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद अभिभावकों में डर बना रहा। एक छात्र के पिता, सासंका धारा ने बताया कि वे हर परीक्षा के दिन अपने बेटे के साथ कॉलेज आएंगे क्योंकि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। एक अन्य अभिभावक ने कहा कि कॉलेज और पुलिस से मिले आश्वासन उनकी आशंकाओं को दूर करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब गार्ड और प्रबंधन खुद सुरक्षित नहीं हैं, तो वे अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर कैसे निश्चिंत रह सकते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि टीएमसीपी के शीर्ष नेताओं को परिसर में हो रही आपराधिक गतिविधियों की जानकारी जरूर रही होगी, क्योंकि छात्रसंघ कक्ष का घोर दुरुपयोग हो रहा था। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था, तभी वे इतने बेखौफ होकर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे पाए।
बदले गए नियम और कॉलेज का समय
दुष्कर्म की घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने कई नए नियम लागू किए हैं। कॉलेज की नई अधिसूचना के अनुसार, अब कोई भी छात्र दोपहर 2 बजे के बाद परिसर में नहीं रुकेगा। साथ ही, जब तक अंतिम छात्र परिसर से बाहर नहीं निकल जाता, तब तक कोई भी शिक्षक या गैर-शिक्षण कर्मचारी कॉलेज नहीं छोड़ सकेगा।
कॉलेज के एक शिक्षक ने बताया कि पहले संस्थान शाम 4 बजे तक खुला रहता था, लेकिन अब यह दोपहर 2 बजे तक ही खुलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि बलात्कार कांड के मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा जैसे लोगों को अब परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश सख्ती से विनियमित किया जाएगा।
छात्रसंघ कक्ष और गार्ड रूम सील
कॉलेज के दो प्रमुख कमरे छात्रसंघ कक्ष और सुरक्षा गार्ड कक्ष को पुलिस ने सील कर दिया है क्योंकि ये अब जांच के दायरे में हैं। इन कमरों में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। कॉलेज ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 8 जुलाई से सभी कक्षाएं सामान्य टाइमटेबल के अनुसार चलेंगी।
कॉलेज के शासी निकाय के सदस्य हरिपद बनिक ने उम्मीद जताई कि जल्द ही परिसर में सामान्य स्थिति बहाल होगी। हालांकि, अभिभावकों की चिंता अभी भी बनी हुई है और वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं।
क्या हुई थी घटना
South Calcutta Law College Rape Case की घटना 25 जून को हुई थी, जब कॉलेज बंद होने के बाद प्रथम वर्ष की एक छात्रा के साथ तीन लोगों जिनमें एक पूर्व छात्र मनोजित मिश्रा और दो सीनियर छात्र शामिल थे ने मिलकर बलात्कार किया। सभी आरोपी तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) से जुड़े हुए थे। इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कॉलेज का एक सुरक्षा गार्ड भी शामिल है।
South Calcutta Law College Rape Case ने न केवल पूरे कॉलेज परिसर में भय और अविश्वास का माहौल बना दिया है, बल्कि छात्रों और अभिभावकों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है। कॉलेज प्रशासन ने भले ही सुरक्षा बढ़ा दी हो, लेकिन जब तक न्याय नहीं होता और दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती, तब तक सामान्य स्थिति बहाल होना मुश्किल प्रतीत होता है।
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