मंडी (हिमाचल प्रदेश), 17 जून 2025 — हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंगलवार को एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक निजी बस गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि 18 लोग घायल हुए हैं। घायलों में से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा मंडी जिले के पट्टरीघाट क्षेत्र में हुआ, जो कि दुर्गम पहाड़ी इलाका है।
यह घटना उस समय हुई जब निजी बस जुहू से मंडी की ओर जा रही थी। तेज बारिश और फिसलन भरी सड़क पर बस का संतुलन अचानक बिगड़ गया और वह लगभग 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी।
घटना का विवरण: कैसे हुआ हादसा
- स्थान: पट्टरीघाट क्षेत्र, मंडी जिला
- बस रूट: जुहू से मंडी
- समय: मंगलवार सुबह करीब 9 बजे
- बस में सवार: लगभग 20 यात्री
- खाई की गहराई: लगभग 200 फीट
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ जमा हो गया था। जैसे ही बस ने मोड़ काटा, फिसलन के कारण वह सीधे खाई में गिर गई।
बचाव कार्य जारी, बारिश बनी बाधा
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य में जुट गए। जिला प्रशासन की टीम, पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भी तत्काल मौके पर पहुंची।
मंडी के अतिरिक्त उपायुक्त मदन कुमार ने बताया,

“अब तक 18 घायलों को बाहर निकाला जा चुका है, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। उन्हें नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।”
हालांकि, लगातार हो रही बारिश के कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। फिसलन और कीचड़ के कारण मशीनरी घटनास्थल तक नहीं पहुंच पा रही। प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग से जेसीबी, क्रेन और एम्बुलेंस को भेजा है ताकि राहत कार्य तेज किया जा सके।
स्थानीय ग्रामीणों की बहादुरी
घटना के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायलों को निकालने में प्रशासन की मदद की। भारी बारिश और फिसलन के बावजूद ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर कई यात्रियों की जान बचाई।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि गंभीर घायलों को विशेष देखभाल में रखा गया है और आवश्यकतानुसार शिमला रेफर करने की तैयारी भी की जा रही है।
जांच के आदेश, चालक की गलती या तकनीकी खामी?
प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच में बताया जा रहा है कि बारिश के कारण सड़क फिसलन भरी थी, लेकिन पुलिस और परिवहन विभाग बस के ब्रेक सिस्टम और ब्लैक बॉक्स की भी जांच कर रहे हैं।
अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि हादसा चालक की गलती से हुआ या वाहन में तकनीकी खराबी थी।
परिवारों में मातम, प्रशासन का आश्वासन
जैसे ही हादसे की खबर गांव और आसपास के क्षेत्रों में फैली, पीड़ितों के परिवारों में कोहराम मच गया। मृतक के परिजनों को प्रशासन की ओर से आर्थिक सहायता और हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। हिमाचल सरकार की ओर से मुआवजे का ऐलान जल्द किए जाने की संभावना है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी हादसे पर शोक व्यक्त किया और प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों के इलाज में कोई कमी न रहे।
हिमाचल में सड़क हादसे — एक चिंता का विषय
हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी इलाकों में बरसात के दौरान सड़क हादसे कोई नई बात नहीं है। हर साल मॉनसून में दर्जनों हादसे होते हैं। वर्ष 2024 में ही हिमाचल प्रदेश में 325 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई थीं, जिनमें लगभग 420 लोग घायल हुए थे और 105 की जान गई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन और स्थानीय निवासियों को और सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उपसंहार: ज़िम्मेदारी तय करना ज़रूरी
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर से हिमाचल की पहाड़ी सड़कों की स्थिति और परिवहन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन द्वारा जांच के बाद यह साफ होगा कि यह हादसा मानवीय गलती थी या सिस्टम की खामी।
फिलहाल, प्राथमिकता घायलों का इलाज और फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालना है।