NEET PG Transparency Issues: Supreme Court Hearing On August 3 – Top15News: Latest India & World News, Live Updates

NEET PG परीक्षा प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को नीट पीजी परीक्षा में पारदर्शिता की कमी से संबंधित याचिकाओं पर संज्ञान लेते हुए अगली सुनवाई के लिए 3 अगस्त 2024 की तारीख तय की है। इस सुनवाई में विशेष रूप से मूल्यांकन प्रक्रिया और उत्तर कुंजी (Answer Key) को सार्वजनिक करने की मांग उठाई गई है।

NEET PG में क्यों उठे पारदर्शिता के सवाल?

नीट पीजी परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBE) द्वारा किया जाता है। अधिवक्ता तन्वी दुबे द्वारा दायर एक याचिका में दावा किया गया है कि NBE की मूल्यांकन प्रणाली अपारदर्शी है। याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि परीक्षार्थियों को यह जानकारी नहीं दी जाती कि उनके किन उत्तरों को सही या गलत माना गया है।

याचिकाओं में उठाई गई मुख्य मांगे:

  • परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई जाए।
  • कौन से प्रश्न सही हैं और कौन गलत, इसकी स्पष्ट जानकारी दी जाए।
  • छात्रों को उनके उत्तरों के मूल्यांकन में पारदर्शिता का अधिकार मिले।
  • अंकों में गड़बड़ी होने पर दोबारा मूल्यांकन (Revaluation) की सुविधा हो।
  • विवादित प्रश्नों को चुनौती देने का अवसर दिया जाए।
  • भविष्य की NEET PG परीक्षाओं में पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली लागू की जाए।

SC की प्रतिक्रिया और अगली सुनवाई की तारीख

न्यायमूर्ति के विनोद चंद्रन और न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया की पीठ ने सोमवार को इन याचिकाओं पर संक्षिप्त सुनवाई की और कहा कि वे इस मामले में विस्तृत चर्चा 3 अगस्त को करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अब तक परीक्षा रोकने का कोई आदेश नहीं दिया है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने स्पष्ट किया है कि पारदर्शिता सुनिश्चित करना आवश्यक है।

एनबीई की जवाबदेही और छात्र आंदोलन

पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर भी NEET PG की मूल्यांकन प्रणाली को लेकर छात्रों के बीच असंतोष देखा गया है। #NEETPGTransparency और #JusticeForMedicos जैसे हैशटैग्स ट्विटर (X) पर ट्रेंड कर चुके हैं। छात्रों की मांग है कि UPSC या अन्य राष्ट्रीय परीक्षाओं की तरह नीट पीजी में भी उत्तर कुंजी और स्कोरिंग सिस्टम पारदर्शी होना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय मानकों की तुलना

NEET PG जैसी मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है। अमेरिका का USMLE परीक्षा सिस्टम एक बेहतरीन उदाहरण है जहां हर उत्तर, उसकी व्याख्या और स्कोरिंग मानदंड को स्पष्ट किया जाता है। छात्रों का मानना है कि भारत में भी इसी तरह की प्रणाली लागू होनी चाहिए।

NBE और सरकार की भूमिका

NEET PG जैसे उच्च स्तरीय परीक्षा में पारदर्शिता केवल छात्रों का भरोसा बढ़ाती है, बल्कि परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता पर भी समाज को भरोसा दिलाती है। NBE को चाहिए कि वह सभी याचिकाओं के जवाब तर्कसंगत ढंग से कोर्ट में दे और भविष्य के लिए एक साफ और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली सुनिश्चित करे।

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