नई दिल्ली, 24 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक आयोजित की जा रही है। बैठक का मुख्य उद्देश्य “विकसित राज्य से विकसित भारत @2047” की रणनीति पर चर्चा करना है, जिसका उद्देश्य भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है।बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल, केंद्र सरकार के मंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष, सदस्य और सीईओ उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री ने “टीम इंडिया” की भावना के तहत राज्यों के साथ सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
मुख्य एजेंडा और चर्चा के विषय
नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में उद्यमिता, रोजगार और कौशल विकास, MSME और अनौपचारिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर और हरित अर्थव्यवस्था जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की जाएँगी जिसमे विशेष रूप से टियर II और III शहरों में विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गैर-कृषि रोजगार को बढ़ावा देना और नवीकरणीय ऊर्जा और परिपत्र अर्थव्यवस्था के माध्यम से सतत विकास को प्रोत्साहित करना शामिल हैं।
मुख्यमंत्री और राज्यपालों की उपस्थिति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक के अध्यक्ष हैं। इस बैठक में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने भाग लिया, जिनमें पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी जैसे कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपाल शामिल हैं।
बैठक का उद्देश्य केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग को मजबूत करना है, ताकि “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। राज्यों से अपेक्षा की जा रही है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की विशिष्टताओं को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक और समावेशी विकास योजनाएं तैयार करें, जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप हों।
बैठक में विपक्षी दलों की ओर से आलोचना भी सामने आई है। कांग्रेस पार्टी ने नीति आयोग की इस बैठक को “पाखंड और ध्यान भटकाने का अभ्यास” बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह बैठक सामाजिक समरसता को नष्ट करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने की दिशा में एक और कदम है।
JDU नेता के.सी. त्यागी ने नीति आयोग की बैठक पर कहा, “प्रधानमंत्री द्वारा 2047 के विकसित भारत की अवधारणा को लेकर बैठक हो रही है। इस बैठक में हमारे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद हैं।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान पर उन्होंने कहा, “ऐसे संकट के समय में किसी को भी इस तरह के आपत्तिजनक और अनावश्यक बयान देने से बचना चाहिए।”
यह बैठक भारत के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो राज्यों और केंद्र के समन्वय से संभव होगा। बैठक के समापन के बाद, इसमें लिए गए निर्णयों और प्रस्तावों की विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। इस बैठक को भारत के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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