प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से नवाजा गया। यह सम्मान किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री को छह दशकों में पहली बार मिला है। यह न केवल प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक नेतृत्व की मान्यता है, बल्कि भारत-ब्राजील के मजबूत होते रिश्तों का प्रमाण भी है।
ग्रैंड कॉलर सम्मान का इतिहास और महत्व
Lottery Results Today Live जैसे अहम अपडेट्स के समान, यह खबर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की कूटनीतिक ताकत को दर्शाती है। ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ ब्राजील द्वारा विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। इसकी शुरुआत 1822 में हुई थी और यह उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने ब्राजील के साथ अपने देश के रिश्तों को मजबूत करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई हो।
यह पुरस्कार न केवल कूटनीतिक संबंधों को मान्यता देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि संबंधित व्यक्ति की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कितनी अहमियत है।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने यह सम्मान ब्राजील के लोगों और सरकार के प्रति आभार जताते हुए स्वीकार किया। उन्होंने कहा:
“यह सम्मान भारत के 1.4 अरब नागरिकों और भारत-ब्राजील की गहरी मित्रता को समर्पित है।”
उनका यह वक्तव्य दर्शाता है कि वे इस पुरस्कार को व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखते हैं।

क्यों है यह सम्मान खास?
- ब्राजील का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है
- विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को ही प्रदान किया जाता है
- भारत–ब्राजील रिश्तों की मजबूती का प्रतीक है
- भारत की वैश्विक स्थिति और सम्मान को दर्शाता है
पीएम मोदी की ब्राजील यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा लगभग 60 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली ब्राजील यात्रा है। वे पहले 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रियो डी जेनेरियो में थे और उसके बाद ब्रासीलिया पहुंचे। ब्राजील के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पीएम मोदी का स्वागत करते हुए लिखा:
“ब्रासीलिया में आपका स्वागत है प्रधानमंत्री मोदी। यह यात्रा हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।”
भारत-ब्राजील के संबंधों पर असर
इस सम्मान से भारत और ब्राजील के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती मिलेगी। दोनों देशों के बीच:
- रक्षा सहयोग
- कृषि और विज्ञान-तकनीक
- ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन
- वैश्विक मंचों पर समन्वय
जैसे विषयों पर गहराई से बातचीत होती रही है। इस सम्मान से इन सहयोग क्षेत्रों में और तेजी आने की उम्मीद है।

अन्य नेताओं को मिले यह सम्मान
यह सम्मान इससे पहले जिन प्रमुख नेताओं को मिला है, उनमें शामिल हैं:
- व्लादिमीर पुतिन (रूस)
- क्वीन एलिज़ाबेथ II (ब्रिटेन)
- जावेद ज़रिफ (ईरान)
इस सूची में नरेंद्र मोदी का नाम जुड़ना भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत है।
भारत की वैश्विक छवि
यह सम्मान न केवल प्रधानमंत्री की अंतरराष्ट्रीय छवि को बल देता है, बल्कि यह दिखाता है कि भारत की विदेश नीति और नेतृत्व शैली अब एक ग्लोबल उदाहरण बन चुकी है।
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