R Madhavan Son Vedaant: 4AM Wake-Up, Disciplined Life Inspires All
बॉलीवुड एक्टर आर माधवन (R Madhavan) सिर्फ अपनी फिल्मों के लिए नहीं, बल्कि अब अपने बेटे वेदांत माधवन (Vedaant Madhavan) के अनुशासन और डेडिकेशन के लिए भी चर्चा में हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में माधवन ने अपने बेटे की सख्त दिनचर्या और खेल भावना को लेकर विस्तार से बात की।
माधवन ने बताया कि उनके बेटे वेदांत, जो एक प्रोफेशनल स्विमर हैं, रोजाना रात 8 बजे सो जाते हैं और सुबह 4 बजे उठते हैं। वे इस नियम का पालन वर्षों से करते आ रहे हैं। “ये सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि हमारे लिए भी बहुत demanding है,” माधवन ने हँसते हुए कहा। “4 बजे का वक्त ब्रह्म मुहूर्त होता है, जिसे आध्यात्मिक रूप से सबसे श्रेष्ठ समय माना जाता है।”
Vedaant: एक आदर्श अनुशासित खिलाड़ी
R Madhavan Son Vedaant सिर्फ सुबह जल्दी उठते ही नहीं, बल्कि पूरी तरह से एक स्ट्रिक्ट लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं।
“वो सिर्फ खाना नहीं खाते, बल्कि उस पर ध्यान केंद्रित करते हैं – चबाने के तरीके से लेकर बैलेंस्ड मील तक,” माधवन ने कहा।
6 फीट 3 इंच लंबे वेदांत को देखने से ही लगता है कि वे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट हैं। उनका डेली शेड्यूल, डाइट और ट्रेंनिंग उन्हें हर दिन बेहतर बनाता है।
Vedaant Madhavan की उपलब्धियाँ
वेदांत की सफलता सिर्फ उनके रूटीन तक सीमित नहीं है। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रोशन किया है:
- मलेशियन ओपन में 5 गोल्ड मेडल
- डेनिश ओपन में गोल्ड और सिल्वर मेडल
- लातविया और थाईलैंड ओपन में ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स में 5वां स्थान
पिता–पुत्र का रिश्ता: भरोसे और स्वतंत्रता पर आधारित
R Madhavan Son Vedaant के साथ अपने रिश्ते को लेकर भी बेहद ईमानदारी से बात करते हैं। उन्होंने बताया:
“मैंने वेदांत से कभी बच्चों की तरह बात नहीं की। जब वह पांच साल का था, तब से मैं उसे बराबरी से बात करता हूं। बच्चे अब बहुत जागरूक हैं – आप उन्हें guilt में डालकर अपनी बात नहीं मनवा सकते।”
उनका मानना है कि बच्चे को एक ऐसा माहौल मिलना चाहिए जहां वे बिना जज किए अपने असली व्यक्तित्व को सामने ला सकें।
R Madhavan की पेरेंटिंग फिलॉसफी
माधवन parenting में कंट्रोल की जगह empathy और अनुभव शेयर करने पर भरोसा करते हैं। वे चाहते हैं कि उनके बेटे को पता हो कि चाहे वे हर दिन साथ न हों, लेकिन जब भी ज़रूरत हो, उनके पिता उनके लिए मौजूद रहेंगे।
“हम रोज बात नहीं करते, ‘आई लव यू’ भी हर दिन नहीं बोलते। लेकिन जब उसे कोई सलाह चाहिए होती है, वह मुझे ही कॉल करता है।”
सरिता और माधवन की प्रेम कहानी
R Madhavan ने अपनी पत्नी सरिता बीर्जे से 1991 में एक वर्कशॉप में मुलाकात की थी। दोनों ने 1999 में शादी की और 2005 में वेदांत का जन्म हुआ।
उनकी शादीशुदा ज़िंदगी और पेरेंटिंग स्टाइल एक प्रेरणा है – जहां स्पॉटलाइट से दूर सादगी, संतुलन और समझदारी है।

सेलिब्रिटी पेरेंटिंग का नया उदाहरण
आज जब अधिकतर सेलेब्स अपने बच्चों को मीडिया से दूर रखते हैं या फिर उन्हें ग्लैमर में ढालने की कोशिश करते हैं, R Madhavan Son Vedaant की कहानी एक ताज़ा मिसाल है। ये दिखाता है कि सही गाइडेंस और डिसिप्लिन से कोई भी बच्चा अपने रास्ते पर आगे बढ़ सकता है – भले ही उसके माता-पिता एक स्टार हों।
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