राजा रघुवंशी मर्डर केस न केवल पारिवारिक विश्वासघात का मामला बनकर उभरा है, बल्कि इसमें न्याय प्रणाली, महिला आरोपी की भूमिका, और डिजिटल सबूतों की अहमियत भी सामने आई है। क्राइम सीन रीक्रिएशन और हथियार की बरामदगी ने इस केस को एक मजबूत मोड़ दिया है, लेकिन पीड़ित परिवार की मांग है कि जांच केवल यहीं न रुके, बल्कि हर परत की तह तक जाए।
शिलॉन्ग (मेघालय), 17 जून 2025 | ANI: राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में एक नया मोड़ आया है। मंगलवार को मेघालय पुलिस और फॉरेंसिक क्राइम सीन यूनिट की टीम वाई सॉडोंग वाटरफॉल, सोहरा (चेरापूंजी) पहुंची, जहां राजा की हत्या हुई थी। घटनास्थल पर पत्नी सोनम रघुवंशी और अन्य चार आरोपी राज कुशवाहा, आकाश, विशाल और आनंद की उपस्थिति में क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया गया।
क्राइम सीन रीक्रिएशन क्यों ज़रूरी था?
पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सियेम ने जानकारी दी कि यह प्रक्रिया केस में सबूतों को मजबूत करने और आरोपियों के बयानों के मिलान के लिए की गई।
“हमने एक धारदार हथियार बरामद किया है, जिसे आरोपियों ने गुवाहाटी से हत्या के उद्देश्य से खरीदा था।”
इस हथियार की बरामदगी जांच में एक बड़ा सबूत मानी जा रही है। घटना को आरोपियों के सामने दोबारा दोहराकर पुलिस यह जांचना चाहती है कि उनकी कहानी में कोई विसंगति तो नहीं है। एसपी सियेम ने बताया कि केस की चार्जशीट तय समय के भीतर फाइल करने की कोशिश जारी है। इससे पहले ही पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है।

परिवार का आरोप: सोनम और राज गुमराह कर रहे पुलिस को
15 जून को पीड़ित परिवार ने प्रेस को बयान देते हुए सोनम रघुवंशी के बयान पर गंभीर सवाल उठाए।
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा: “सोनम और राज जिस तरह से पुलिस को गुमराह कर रहे हैं, वह चौंकाने वाला है। जब नार्को टेस्ट होगा, तब असली सच्चाई सामने आएगी। सोनम और उसके साथी झूठ बोल रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि सोनम के माता-पिता भी अब तक मीडिया या पुलिस के सामने नहीं आए, जो अपने आप में शक पैदा करता है। राजा रघुवंशी का परिवार इंदौर में रह रहा है। वहां 16 जून को भाई सचिन रघुवंशी की अगुआई में कैंडल मार्च निकाला गया।
“राजा की आत्मा को शांति मिले और हमें न्याय मिल सके, यही मकसद है इस कैंडल मार्च का,” उन्होंने कहा।
इस केस को लेकर मेघालय बीजेपी अध्यक्ष रिकमैन जी मोमिन ने बयान देते हुए कहा कि: “जो लोग इस केस के बहाने मेघालय को बदनाम कर रहे हैं, उन्हें आकर माफी मांगनी चाहिए। मेघालय एक सुरक्षित और टूरिस्ट-फ्रेंडली राज्य है।” उन्होंने मेघालय पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, “पुलिस ने तेज़ी से केस को सुलझाया, यह सराहनीय है।”
अब तक की जांच में क्या-क्या सामने आया?
राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी सोनम और चार अन्य ने मिलकर की। हत्या के लिए एक शार्प वेपन गुवाहाटी से खरीदा गया, जिसे पुलिस ने अब बरामद कर लिया है। राजा की गुमशुदगी की खबर के बाद पुलिस ने सोनम और उसके करीबी साथियों को हिरासत में लिया। जांच में कई कथित प्रेम संबंध और पारिवारिक विवादों के भी संकेत मिले हैं।
परिवार की मांग: हो नार्को टेस्ट और CBI जांच
विपिन और सचिन रघुवंशी ने यह भी मांग की है कि केस की जांच केवल राज्य पुलिस तक सीमित न हो, बल्कि इसकी CBI या कोर्ट मॉनिटर्ड जांच कराई जाए। उन्होंने कहा: “हम चाहते हैं कि नार्को टेस्ट हो और सोनम के कॉल रिकॉर्ड, बैंक डिटेल्स और CCTV फुटेज को भी सार्वजनिक किया जाए।”

राजा रघुवंशी मर्डर केस न केवल पारिवारिक विश्वासघात का मामला बनकर उभरा है, बल्कि इसमें न्याय प्रणाली, महिला आरोपी की भूमिका, और डिजिटल सबूतों की अहमियत भी सामने आई है।
क्राइम सीन रीक्रिएशन और हथियार की बरामदगी ने इस केस को एक मजबूत मोड़ दिया है, लेकिन पीड़ित परिवार की मांग है कि जांच केवल यहीं न रुके, बल्कि हर परत की तह तक जाए।
Sonam Raghuvanshi Found Crying at Dhaba, Says She Was Abducted After Husband’s Murder
[…] Raja Raghuvanshi murder case: क्राइम सीन रीक्रिएशन में प… […]