South Asia Infrastructure Climate Risk से जुड़े 12 खतरनाक फैक्ट्स
South Asia Infrastructure Climate Risk अब एक गंभीर और बढ़ता हुआ खतरा बन चुका है। नेपाल में हाल की बाढ़ और भूस्खलन ने इस खतरे को फिर उजागर किया है। 8 जुलाई को भोटेकोशी नदी में आई बाढ़ ने न केवल 9 लोगों की जान ली, बल्कि 10 हाइड्रोपावर परियोजनाएं और नेपाल-चीन को जोड़ने वाला मुख्य पुल भी तबाह हो गया।
अब किसी भविष्य की चेतावनी नहीं, बल्कि आज की कड़वी सच्चाई है। इस ब्लॉग में हम 12 ऐसे फैक्ट्स सामने ला रहे हैं जो दिखाते हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर किस हद तक खतरे में है।
1. $68 मिलियन से बना ब्रिज दोबारा बर्बाद
2015 के भूकंप के बाद बनाए गए Sino-Nepal Friendship Bridge को $68 मिलियन में पुनर्निर्मित किया गया था। लेकिन हाल की बाढ़ ने इसे फिर से नष्ट कर दिया। यह South Asia Infrastructure Climate का सबसे बड़ा उदाहरण है।
2. 600,000 घरों की बिजली सप्लाई पर असर
इस बाढ़ में 10 हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें से तीन निर्माणाधीन थे। इनकी कुल क्षमता 6 लाख घरों को बिजली देने लायक थी, जो South Asia Infrastructure Climate Risk की भयावहता को दर्शाती है।
3. व्यापार $724 मिलियन सालाना पर आया ठप
नेपाल-चीन व्यापार का मुख्य मार्ग बाधित हो गया है। $724 मिलियन सालाना व्यापार ठप होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है। यह नुकसान सीधे South Asia Infrastructure Climate Risk से जुड़ा है।
4. लोग फिर से बेरोजगार हो गए
उरकेन तामांग जैसे लोग, जो 2015 भूकंप के बाद नई जिंदगी शुरू कर पाए थे, फिर से बेरोजगार हो गए। उनके जैसे सैकड़ों लोग अब Climate Risk का शिकार हैं।
5. पुरानी रणनीति अब बेकार
University of Saskatchewan के हाइड्रोलॉजिस्ट जॉन पोमेरॉय के अनुसार, “बीते आंकड़ों के आधार पर अब रिस्क कैलकुलेट करना बेकार है।” South Asia Infrastructure Climate Risk भविष्य की अनिश्चितताओं पर आधारित है।
6. जुलाई 30 को फिर से आया एक छोटा बाढ़ संकट
8 जुलाई की तबाही के बाद 30 जुलाई को एक और छोटी बाढ़ आई, जिससे सड़कें और संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। लगातार आपदाएं यह दिखाती हैं कि South Asia Infrastructure Climate Risk बार-बार सामने आ रहा है।

7. मल्टी–हैज़र्ड असैसमेंट की जरूरत
ICIMOD के बिपिन दुलाल के अनुसार, निर्माण से पहले मल्टी–हैज़र्ड रिस्क असैसमेंट करना अनिवार्य होना चाहिए। परंतु, वर्तमान में South Asia में यह नहीं हो रहा, जिससे South Asia Infrastructure Climate Risk बढ़ता जा रहा है।
8. 2024 में एशिया में 167 आपदाएं
Emergency Events Database के मुताबिक, 2024 में एशिया में सबसे ज्यादा 167 आपदाएं आईं, जिससे $32 बिलियन का नुकसान हुआ। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि South Asia Infrastructure Climate Risk उच्चतम स्तर पर है।
9. $124 बिलियन की संपत्ति खतरे में
CDRI के अनुसार, नेपाल की $124 बिलियन मूल्य की इंफ्रास्ट्रक्चर संपत्ति climate-driven disasters की चपेट में है। हर साल करोड़ों का नुकसान सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि South Asia Infrastructure Climate Risk को नजरअंदाज किया जा रहा है।
10. निवेश कम, नुकसान ज्यादा
विशेषज्ञ कहते हैं कि यदि अभी थोड़े निवेश किए जाएं तो भविष्य के अरबों के नुकसान को टाला जा सकता है। यह सोच अब साउथ एशिया को अपनानी होगी क्योंकि South Asia Infrastructure Climate Risk लगातार असलियत बन रहा है।

11. ग्लोबल फंड भी नाकाफी
UN द्वारा बनाए गए Climate Loss and Damage Fund में अभी सिर्फ $348 मिलियन ही हैं, जो सालाना जरूरत के मुकाबले बहुत कम है। इस फंड से उम्मीद की जा रही है कि वह South Asia Infrastructure Climate Risk को कम कर सके।
12. डर खत्म नहीं हुआ स्थानीय अफसर Tsering के अनुसार, “भले ही नदी सामान्य हो गई है, पर डर अभी बाकी है।” यह दिखाता है कि South Asia Infrastructure Climate Risk अब लोगों की मानसिक शांति को भी प्रभावित कर रहा है।
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