ठाणे में 24 घंटे की जल आपूर्ति बंद: कारण, प्रभाव और समाधान
22 मई 2025 को ठाणे के नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ा जब ठाणे नगर निगम (TMC) ने एक दिन की जल आपूर्ति बंद करने की घोषणा की। यह निर्णय 22 मई दोपहर 12 बजे से 23 मई दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहा। इससे दीवा, मुंब्रा, कालवा और वागले एस्टेट जैसे क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति बाधित रही।
कटौती का कारण: क्यों रुकी पानी की सप्लाई?
इस जल कटौती का मुख्य कारण जांभुल जल शोधन संयंत्र (Jambhul Water Treatment Plant) में रखरखाव और मरम्मत का कार्य था। यह संयंत्र महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (MIDC) द्वारा संचालित होता है और ठाणे के कई क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति करता है।
मरम्मत कार्यों में निम्नलिखित शामिल थे:
- पाइपलाइनों की सफाई
- लीकेज की जांच और सुधार
- वाल्व और फिल्टर सिस्टम की मरम्मत
- सिस्टम का प्रेशर टेस्टिंग
इन सभी कार्यों का उद्देश्य भविष्य में निर्बाध और उच्च गुणवत्ता वाली जल आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
कौन-कौन से क्षेत्र हुए प्रभावित?
TMC की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, निम्न क्षेत्रों में जल आपूर्ति बंद रही:
- दीवा (Diva)
- मुंब्रा (Mumbra)
- कालवा (Kalwa)
- वागले एस्टेट वार्ड (रुपादेवी पाड़ा, किसान नगर नंबर 2, नेहरू नगर आदि)
- मानपाड़ा वार्ड (कोलशेत खालचा गांव)
प्रशासन की चेतावनी और नागरिकों को सलाह
TMC ने पहले ही नागरिकों को जल कटौती के बारे में सूचित कर दिया था और पानी के संचय और संयमित उपयोग की सलाह दी थी।
“हम नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि इस असुविधा को एक आवश्यक सुधार प्रक्रिया के रूप में देखें। यह काम शहर के दीर्घकालिक जल प्रबंधन के लिए ज़रूरी है।”
— ठाणे नगर निगम प्रवक्ता
नागरिकों के लिए उपयोगी सुझाव
जल आपूर्ति कटौती के दौरान नागरिकों को निम्नलिखित उपाय अपनाने की सलाह दी गई:
- पीने और खाना पकाने के लिए पर्याप्त जल संचय करें।
- स्नान और कपड़े धोने जैसे कार्य पहले ही निपटा लें।
- नलों को अनावश्यक रूप से खुला न छोड़ें।
- बच्चों और बुजुर्गों को जल संरक्षण के महत्व के बारे में बताएं।
- पानी साझा करें और जरूरतमंदों की मदद करें।

आगे की तैयारी और स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट
TMC और MIDC द्वारा समय-समय पर ऐसे मेंटेनेंस ड्राइव आयोजित किए जाते हैं ताकि भविष्य में किसी बड़ी आपूर्ति बाधा से बचा जा सके। इसके अलावा, स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने की योजना भी सक्रिय है, जिससे जल वितरण में सुधार हो सकेगा।
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