PM Modi Trinidad-Tobago Visit को लेकर पूरे कैरेबियन में खासा उत्साह देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद एंड टोबैगो की यात्रा पर पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचे, जहां उनका पारंपरिक और गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह यात्रा न सिर्फ कूटनीतिक दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए भी बेहद अहम मानी जा रही है।
PM Modi Trinidad-Tobago Visit पर ऐतिहासिक स्वागत
PM Modi Trinidad-Tobago Visit के दौरान प्रधानमंत्री के एयरपोर्ट आगमन पर त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर और उनके कैबिनेट ने उनका स्वागत किया। यह यात्रा इसलिए भी खास रही क्योंकि 26 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने इस देश की यात्रा की है।
इतिहास से जुड़ाव: इंदिरा गांधी की यात्रा की याद
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस अवसर पर 1968 में इंदिरा गांधी की त्रिनिदाद यात्रा को याद किया और एक्स पर उस समय की एक डॉक्यूमेंट्री साझा की। उन्होंने लिखा कि PM Modi Trinidad-Tobago Visit भारतीय कूटनीति के उस ऐतिहासिक रिश्ते की याद दिलाता है।
भारतीय विरासत और सांस्कृतिक संबंध
PM Modi Trinidad-Tobago Visit के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां के लोग भले ही भारत से हज़ारों किलोमीटर दूर हैं, लेकिन उनकी संस्कृति, परंपराएं और उत्सव भारतीय जड़ों से गहरे जुड़े हैं। नवरात्रि, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी जैसे पर्व यहां विशेष उत्साह से मनाए जाते हैं।
युवाओं में उत्साह और संबोधन की प्रतीक्षा
प्रधानमंत्री ने त्रिनिदाद की युवा पीढ़ी के उत्साह और चमकती आंखों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ये युवा भारत के साथ जुड़ने और आगे बढ़ने को आतुर हैं। PM Modi Trinidad-Tobago Visit में युवाओं से जुड़े संवाद को एक नया आयाम मिला।

प्रधानमंत्री मोदी का भावनात्मक संबोधन
अपने भाषण में पीएम ने कहा, “आपके पूर्वजों ने अपनी मिट्टी छोड़ी, लेकिन अपना नमक नहीं छोड़ा।” उन्होंने बंधुआ मजदूरों की संघर्षपूर्ण यात्रा को सम्मान दिया और उन्हें भारत की सनातन संस्कृति के वाहक बताया।
सोहारी पत्ते पर रात्रिभोज और सांस्कृतिक आदान–प्रदान
PM Modi Trinidad-Tobago Visit के एक विशेष डिनर में सोहारी पत्ते पर भोजन परोसा गया, जो वहां भारतीय मूल के लोगों में सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रधानमंत्री ने भी इस परंपरा की सराहना की।
राम मंदिर की प्रतिकृति और महाकुंभ का जल भेंट
प्रधानमंत्री ने रात्रिभोज के अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति और प्रयागराज का पवित्र जल भी भेंट किया, जिसे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक माना गया।
भारत और त्रिनिदाद का साझा अतीत
इस द्वीपीय गणराज्य की कुल जनसंख्या 13 लाख है, जिसमें लगभग 45% लोग भारतीय मूल के हैं, जो मुख्यतः उत्तर प्रदेश और बिहार से 19वीं सदी में बंधुआ मजदूर के रूप में लाए गए थे। PM Modi Trinidad-Tobago Visit इन ऐतिहासिक कड़ियों को फिर से जोड़ने का प्रयास है।
“भारत को जानो” क्विज के विजेताओं से मुलाकात
प्रधानमंत्री ने “भारत को जानो” क्विज के विजेताओं शंकर रामजतन, निकोलस मराज और विंस महतो से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस क्विज़ ने प्रवासी भारतीयों के साथ भारत की निकटता को और मज़बूत किया है।

भविष्य की साझेदारी और सहयोग की आशा
प्रधानमंत्री ने इस यात्रा के जरिए यह स्पष्ट कर दिया कि भारत विश्व स्तर पर अपने सांस्कृतिक और मानवीय रिश्तों को गहराई से देखता है। उन्होंने युवाओं और समुदाय के साथ संवाद कर भविष्य की संभावनाओं की नींव रखी।
विदेश मंत्रालय की पुष्टि: यह यात्रा ऐतिहासिक है
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि PM Modi Trinidad-Tobago Visit दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने बताया कि त्रिनिदाद में ज्यादातर लोग छपरा, सीवान, बलिया, बनारस और गोरखपुर जैसे जिलों से जुड़े हैं।
पीएम मोदी की पिछली यात्रा की स्मृति
प्रधानमंत्री ने 25 साल पुरानी अपनी यात्रा को भी याद किया और कहा कि तब से अब तक भारत और त्रिनिदाद के संबंध और भी प्रगाढ़ हुए हैं। उन्होंने त्रिनिदाद को भारत का “सांस्कृतिक परिवार” बताया।