विश्व शतरंज चैंपियन डी. Gukesh ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शतरंज खिलाड़ियों में शामिल हैं। क्रोएशिया के जागरेब में चल रहे ग्रैंड शतरंज टूर रैपिड 2025 के छठे राउंड में उन्होंने नॉर्वे के दिग्गज मैग्नस कार्लसन को हराकर सबको चौंका दिया। यह जीत सिर्फ एक मुकाबला नहीं थी, बल्कि उस परिवर्तन की तस्वीर थी, जो विश्व शतरंज में भारत ला रहा है।
पहले दिन से ही दिखा दिया इरादा
टूर्नामेंट के पहले ही दिन Gukesh ने तीन में से दो मुकाबले जीतकर अपने इरादे साफ कर दिए थे। हालांकि, शुरुआती राउंड में उन्हें पोलैंड के ग्रैंडमास्टर जान-क्रिज़्टोफ़ डूडा से 59 चालों में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की। अगले दो राउंड में अलीरेज़ा फिरोजा (फ्रांस) और भारत के ही प्रतिभावान खिलाड़ी आर. प्रज्ञानंद को हराकर सबका ध्यान खींचा।
मैग्नस कार्लसन पर लगातार दूसरी जीत
सबसे बड़ी सनसनी उस वक्त मची जब Gukesh ने छठे राउंड में मैग्नस कार्लसन को हराया। यह उनकी कार्लसन पर लगातार दूसरी जीत थी। इससे पहले जून 2025 में नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में भी Gukesh ने उन्हें पराजित किया था। इस बार भी उन्होंने काले मोहरों से खेलते हुए पूर्ण आत्मविश्वास और परिपक्वता के साथ बाजी मारी।
मैग्नस कार्लसन ने भी हार के बाद Gukesh की तारीफ करते हुए कहा:
“Gukesh की रणनीति और मानसिक संतुलन शानदार है। उन्होंने जिस तरीके से स्थिति को नियंत्रित किया, वह काबिल-ए-तारीफ है।”
अब्दुसत्तोरोव और कारूआना जैसे दिग्गज भी ढेर
ग्रैंड शतरंज टूर रैपिड के चौथे और पांचवें राउंड में Gukesh ने दो और बड़े नामों को पराजित किया – नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव (उज़्बेकिस्तान) और फैबियानो कारूआना (अमेरिका)। ये दोनों खिलाड़ी विश्व रैंकिंग में टॉप-10 में गिने जाते हैं और कई बार विश्व खिताब की दौड़ में रहे हैं। इन पर जीत दर्ज कर Gukesh ने यह साबित कर दिया कि वे अब सिर्फ एक उभरते खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक परिपक्व और विश्वस्तरीय चैंपियन हैं।
ग्रैंड शतरंज टूर रैपिड 2025 में शीर्ष पर

छह राउंड के बाद Gukesh 10 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर पहुंच चुके हैं। रैपिड फॉर्मेट में जहां समय बहुत सीमित होता है, वहां इतनी परिपक्वता और रणनीतिक सोच दिखाना उनकी असाधारण क्षमताओं का प्रमाण है। उनकी हर जीत में गहरी सोच, कूटनीतिक चालें और आत्मविश्वास झलकता है।
Gukesh का पिछला प्रदर्शन: लगातार चौंकाते रहे हैं
Gukesh का रिकॉर्ड पिछले दो सालों में लगातार चौंकाता रहा है। 2023 में उन्होंने Chess World Cup में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और 2024 में वे FIDE Candidates Tournament जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। यही नहीं, अगस्त 2024 में उन्होंने फैबियानो कारूआना को हराकर FIDE Classical World Championship 2024 का खिताब जीता और भारत के पहले टीनेज वर्ल्ड चैंपियन बन गए।
भारत का ‘शतरंज स्वर्ण युग’ शुरू
Gukesh की इस सफलता को भारतीय शतरंज का ‘स्वर्ण युग’ (Golden Era) माना जा रहा है। एक समय था जब विश्वनाथन आनंद ही भारत के एकमात्र ग्रैंडमास्टर थे, लेकिन अब भारत के पास 80 से अधिक ग्रैंडमास्टर्स हैं।
प्रमुख नामों में शामिल हैं:
- डी. गुकेश
- आर. प्रज्ञानंद
- अर्जुन एरिगैसी
- नीहल सरीन
- लियोन मेंडोंका
ये सभी खिलाड़ी अब नियमित रूप से विश्व मंच पर शीर्ष खिलाड़ियों को टक्कर दे रहे हैं।
भारत में शतरंज को लेकर बढ़ती लोकप्रियता

- ऑनलाइन शतरंज प्लेटफॉर्म्स जैसे Chess.com और Lichess पर भारत के यूज़र्स की संख्या तेजी से बढ़ी है।
- भारत सरकार और निजी संगठनों की मदद से स्कूल स्तर पर शतरंज को बढ़ावा मिल रहा है।
- शतरंज खिलाड़ियों के लिए स्पॉन्सरशिप और ब्रांड डील्स अब पहले से ज्यादा आम हो गई हैं।
शतरंज विशेषज्ञों की राय
दुनिया भर के शतरंज विशेषज्ञों का मानना है कि गुकेश एक नए विश्वशासक की तरह उभर रहे हैं। गैरी कास्पारोव और विश्वनाथन आनंद जैसे दिग्गजों ने भी गुकेश की प्रशंसा की है और उन्हें “भविष्य का चेस आइकन” बताया है।
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