अग्निवीर धार्मिक शिक्षक परीक्षा में पारदर्शिता, अनुपस्थित रहे 413 अभ्यर्थी – Top15News: Latest India & World News, Live Updates

2025 की अग्निवीर धार्मिक शिक्षक परीक्षा बुधवार को पूरे जोश और सख्त निगरानी के साथ सम्पन्न हुई। इस परीक्षा में धार्मिक शिक्षक, कैटरिंग जेसीओ और सिपाही फार्मा पदों के लिए तीन पालियों में लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ।

हालांकि परीक्षा में कुल 2180 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिनमें से 413 अनुपस्थित पाए गए। इससे साफ है कि कुछ अभ्यर्थी अभी भी गंभीरता से तैयारी नहीं कर पा रहे हैं या फिर अन्य कारणों से परीक्षा से वंचित रह गए।

परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण: लखनऊ से पहुंचे ब्रिगेडियर

इस परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए विशेष पहल की गई। लखनऊ से आए डीडीजी स्टेट ब्रिगेडियर स्वर्ण सिंह ने गाजीपुर स्थित कंप्यूटर शिक्षा संस्थान का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने न केवल परीक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया बल्कि अभ्यर्थियों से सीधा संवाद कर उनकी तैयारियों की जानकारी भी ली।

यह पहल इस बात को दर्शाती है कि सेना इस परीक्षा को केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं मानती, बल्कि इसे पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न करना चाहती है।

कहाँ-कहाँ से आए थे अभ्यर्थी?

परीक्षा केंद्रों पर पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से अभ्यर्थी पहुंचे थे। इसमें शामिल थे:

  • मऊ
  • बलिया
  • गाजीपुर
  • जौनपुर
  • वाराणसी
  • मिर्जापुर
  • भदोही
  • सोनभद्र
  • चंदौली
  • आजमगढ़
  • देवरिया
  • गोरखपुर

यह भागीदारी दर्शाती है कि अग्निवीर योजना को लेकर युवाओं में उत्साह बना हुआ है।

जिला-वार उपस्थिति व अनुपस्थिति रिपोर्ट

परीक्षा की उपस्थिति और अनुपस्थिति की जानकारी भी जारी की गई है:

वाराणसी ज़ोन

  • कुल अभ्यर्थी: 1239
  • अनुपस्थित: 230
  • परीक्षा पाली: 1 सेंटर पर 3 पाली, 2 सेंटरों पर 2 पाली

गोरखपुर ज़ोन

  • कुल अभ्यर्थी: 687
  • अनुपस्थित: 142
  • परीक्षा पाली: 1 सेंटर पर 3 पाली, 1 सेंटर पर 2 पाली

गाजीपुर ज़ोन

  • कुल अभ्यर्थी: 254
  • अनुपस्थित: 41
  • परीक्षा पाली: एक सेंटर पर 3 पाली

कुल मिलाकर, 2180 में से 413 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे, जो कुल का लगभग 19% हिस्सा है।

परीक्षा में पारदर्शिता बनी प्राथमिकता

सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक कर्नल शैलेश कुमार ने बताया कि प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है। परीक्षा प्रक्रिया को पूर्ण रूप से पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया गया है।

कर्नल शैलेश कुमार ने यह भी कहा कि यदि किसी अभ्यर्थी को किसी प्रकार की परेशानी होती है, तो वह सीधे सेना भर्ती कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

अभ्यर्थियों के लिए संदेश

यह परीक्षा उन युवाओं के लिए एक बड़ा मौका है, जो अग्निवीर योजना के अंतर्गत सेना में शामिल होकर सेवा देना चाहते हैं। हालांकि अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह एक चेतावनी भी है कि अगली बार तैयारी के साथ समय पर उपस्थित होना जरूरी है।

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