Air India Flight Incident: Panic in the Sky as Aircraft Suddenly Drops 900 Feet Mid-Air – Top15News: Latest India & World News, Live Updates

Air India Flight Incident ने एक बार फिर एयर सेफ्टी को लेकर चिंता बढ़ा दी है। 12 जून को हुए बड़े हादसे के 38 घंटे बाद ही एक और गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें दिल्ली से वियना जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के बाद लगभग 900 फीट नीचे गिर गई। DGCA ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और पायलटों को ड्यूटी से हटा दिया गया है।

Air India Flight Incident: टेकऑफ के बाद 900 फीट नीचे गिरा विमान

Air India Flight Incident में शामिल यह उड़ान AI187, दिल्ली से वियना के लिए 14 जून को तड़के 2:56 बजे रवाना हुई थी। टेकऑफ के कुछ ही समय बाद इस Boeing 777 विमान ने असामान्य रूप से ऊंचाई खो दी। रिकॉर्ड के मुताबिक, विमान 900 फीट तक नीचे गिर गया था।

Air India Flight Incident के दौरान क्या हुआ?

घटना के समय मौसम खराब था और दिल्ली में तूफान चल रहा था। इसी दौरान फ्लाइट को कई चेतावनियां मिलीं:

  • Stick Shaker Warning
  • GPWS “Don’t Sink” Caution
  • Stall Warning

Air India Flight Incident के दौरान “स्टिक शेकर” वार्निंग का मतलब था कि पायलट का ध्यान तुरंत किसी गंभीर समस्या की ओर खींचा जाए। यह आमतौर पर स्टॉल यानी इंजन की कार्यक्षमता में गिरावट के समय होता है।

Air India Flight Incident: पायलटों की सतर्कता ने बचाई जान

सौभाग्य से, पायलटों ने समय पर प्रतिक्रिया दी और विमान को नियंत्रित किया। इसके बाद उड़ान सुरक्षित रूप से वियना पहुंच गई। हालांकि अगर समय पर नियंत्रण नहीं किया जाता, तो यह एक और बड़ा हादसा बन सकता था।

एयर इंडिया और DGCA की प्रतिक्रिया

Air India Flight Incident पर एयर इंडिया की ओर से बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया:

“पायलट्स ने घटना की रिपोर्ट दी और विमान रिकॉर्डिंग डेटा प्राप्त होने के बाद जांच शुरू की गई। पायलट्स को ऑफ-रोस्टर कर दिया गया है।”

DGCA ने इस घटना को गंभीरता से लिया है, खासकर इसलिए क्योंकि यह हादसा 12 जून की घातक दुर्घटना के तुरंत बाद हुआ है जिसमें 270 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।

Air India Flight Incident: डेटा रिकॉर्डर से मिली असली जानकारी

शुरुआती रिपोर्ट में सिर्फ “स्टिक शेकर ड्यू टू टर्बुलेंस” बताया गया था, लेकिन जब फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) की जांच की गई, तो सामने आया कि उस समय GPWS “Don’t Sink” और Stall Warning जैसी कई महत्वपूर्ण चेतावनियां भी आई थीं।

Air India Flight Incident से जुड़ी यह जानकारी दर्शाती है कि सिर्फ पायलट की रिपोर्ट के आधार पर निष्कर्ष निकालना पर्याप्त नहीं होता।

सुरक्षा पर DGCA का फोकस

DGCA ने स्पष्ट किया कि:

  • पायलटों को ड्यूटी से हटाया गया है
  • फ्लाइट डेटा की विस्तृत जांच हो रही है
  • भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अतिरिक्त गाइडलाइंस पर काम हो रहा है

Air India Flight Incident के बाद विमानन सुरक्षा एजेंसियों ने उच्च स्तर की सतर्कता और निगरानी शुरू कर दी है।

Air India Flight Incident: क्यों है यह चिंता का विषय?

लगातार दो घटनाएं — 12 जून की क्रैश और 14 जून की उड़ान में गिरावट — एयर सेफ्टी की स्थिति पर सवाल खड़े करती हैं। DGCA को न केवल घटना की जांच करनी होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि सिस्टमिक कमियों को दूर किया जाए।

एयर इंडिया यात्रियों के लिए चेतावनी

Air India Flight Incident के बाद यात्रियों को सुझाव दिया गया है:

  • उड़ान के समय मौसम की जानकारी लें
  • सीट बेल्ट हमेशा बांधे रखें
  • किसी भी असामान्य गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत करें

Air India Flight Incident एक गंभीर चेतावनी है कि विमानन सुरक्षा में कोई भी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। हालांकि इस बार बड़ा हादसा टल गया, लेकिन DGCA और एयरलाइंस को चाहिए कि वे चेतावनियों को गंभीरता से लें और सुधार की प्रक्रिया तेज करें।

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