भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत ने जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी स्थान की अर्थव्यवस्था बनने का नया इतिहास रचा है। नीति आयोग के CEO बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने IMF के आंकड़ों के आधार पर इसकी पुष्टि की है।
आर्थिक वृद्धि के प्रमुख कारण
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जिनमें घरेलू खपत, व्यापार माहौल में सुधार, और उद्योग-सेवा क्षेत्र की प्रगति शामिल हैं।
मजबूत घरेलू खपत
भारत की विशाल जनसंख्या और बढ़ती मध्यम वर्गीय आय ने घरेलू मांग को बढ़ावा दिया है, जिससे आर्थिक गतिविधियां तेज़ हुई हैं।
सकारात्मक व्यापार माहौल
सरकार की GST, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं ने व्यापार को सरल और निवेश आकर्षक बनाया है, जिससे विदेशी पूंजी और रोज़गार में वृद्धि हुई है।
उद्योग और सेवा क्षेत्र का विकास
आईटी, टेलीकॉम, बैंकिंग, हेल्थकेयर, मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे GDP में बड़ा योगदान मिल रहा है।
आर्थिक सफलता के तीन मुख्य स्तंभ
- घरेलू खपत (35%)
- व्यापार माहौल सुधार (30%)
- सेवा एवं उद्योग क्षेत्र (35%)

India overtakes Japan as the world’s fourth-largest economy
आगे का रास्ता और चुनौतियाँ
नीति आयोग के CEO के मुताबिक, अगर विकास इसी रफ्तार से चलता रहा तो भारत अगले 2.5-3 साल में जर्मनी को भी पीछे छोड़ सकता है। लेकिन आय असमानता और गरीबी जैसी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।
वैश्विक स्थिति पर प्रभाव
यह उपलब्धि भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को मजबूत करती है, साथ ही यह जरूरी है कि आर्थिक लाभ सभी तक समान रूप से पहुंचे।
Pak Army Chief Trolled: Asim Munir’s Chinese Photo Goes Viral
[…] IMF and Niti Aayog: India becomes the 4th largest economy in the world […]