रूस यूक्रेन जंग 2025 अब केवल एक भू-राजनीतिक टकराव नहीं बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए चुनौती बन चुकी है। जहां एक ओर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर युद्ध को ‘न्यू नॉर्मल’ बनाने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और उसके समर्थकों के खिलाफ 100% टैरिफ की धमकी दे दी है।
ज़ेलेंस्की का पुतिन पर बड़ा आरोप
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस शांति के लिए तैयार नहीं है और लगातार युद्ध को खींचने की रणनीति अपना रहा है। उन्होंने कहा कि रूस जानबूझकर युद्ध को न्यू नॉर्मल बनाने की कोशिश कर रहा है, ताकि दुनिया की सहनशीलता को परखा जा सके।
उनके अनुसार,
“यह युद्ध केवल पुतिन की महत्वाकांक्षा के कारण है। शांति केवल शक्ति से ही संभव है।”
ज़ेलेंस्की ने अमेरिका, जर्मनी और नॉर्वे को धन्यवाद देते हुए बताया कि पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम की नई खेप जल्द यूक्रेन पहुंचेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ बड़े रक्षा समझौते पर काम चल रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप की 100% टैरिफ की धमकी
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में नाटो महासचिव मार्क रूटे के साथ बैठक के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा:
“अगर पुतिन 50 दिनों में युद्ध रोकने पर सहमत नहीं होते हैं, तो हम रूस से व्यापार करने वाले देशों पर 100% टैरिफ लगाएंगे।”
इस धमकी को अमेरिका की कूटनीतिक चाल माना जा रहा है, जो युद्ध को तेज़ी से रोकने की कोशिश का हिस्सा हो सकती है।
अमेरिका-यूक्रेन के बीच नया रक्षा समझौता?

ज़ेलेंस्की ने संकेत दिया है कि अमेरिका के साथ एक व्यापक डिफेंस एग्रीमेंट पर बातचीत चल रही है। इसमें लंबी दूरी के मिसाइल, एयर डिफेंस सिस्टम और इंटेलिजेंस साझा करना शामिल हो सकता है। अगर यह समझौता होता है, तो यह रूस के खिलाफ एक मजबूत संयुक्त रणनीति का संकेत देगा।
युद्ध का बदलता पैटर्न
- रूस ने डोनेस्क और लुहान्स्क क्षेत्रों में फिर से मिसाइल हमले तेज किए हैं।
- यूक्रेन लगातार पश्चिमी हथियारों पर निर्भरता बढ़ा रहा है।
- नाटो देश फंडिंग और सैन्य समर्थन को और मजबूत कर रहे हैं।
यूक्रेनी रणनीति अब रक्षात्मक से आक्रामक होती जा रही है। यह बदला हुआ रुख दर्शाता है कि अब यूक्रेन सिर्फ बचाव नहीं, बल्कि नियंत्रण की कोशिश में है।
रूस की स्थिति और प्रतिक्रिया
रूसी सरकार ने फिलहाल ट्रंप की धमकी पर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन क्रेमलिन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रूस किसी भी आर्थिक प्रतिबंध के लिए तैयार है।
हालांकि, अंदरूनी स्तर पर रूस की अर्थव्यवस्था पर पश्चिमी प्रतिबंधों का प्रभाव दिख रहा है। रूबल की कीमतों में गिरावट, ऊर्जा निर्यात में कटौती और निवेशकों का पलायन – ये सभी संकेत बताते हैं कि रूस पर दबाव धीरे-धीरे असर कर रहा है।
क्या युद्ध थमेगा या और फैलेगा?
रूस यूक्रेन जंग 2025 अब एक निर्णायक मोड़ पर है।
- अमेरिका और नाटो मिलकर रूस को दबाव में ला रहे हैं
- पुतिन समझौते की कोई इच्छा नहीं दिखा रहे
- ट्रंप की धमकी नया भूचाल ला सकती है
इस स्थिति में यह देखना अहम होगा कि 50 दिनों की समय सीमा के बाद अमेरिका क्या रुख अपनाता है और क्या रूस पर वाकई 100% टैरिफ लागू होते हैं।
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