अमेरिका की पूर्व अटॉर्नी जनरल Pam Bondi Epstein Files विवाद में गहराई से उलझती जा रही हैं। अमेरिकी अखबार The Wall Street Journal की एक रिपोर्ट के अनुसार, बॉन्डी ने कथित तौर पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बताया कि उनका नाम जेफ्री एप्स्टीन की फाइलों में शामिल है। इस खुलासे के बाद, डेमोक्रेटिक पार्टी ने बॉन्डी और एफबीआई डायरेक्टर कश पटेल को सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी के सामने गवाही देने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
Pam Bondi Epstein Files में ट्रंप का नाम होने की सूचना मिलने के बाद, उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को इस बारे में जानकारी दी थी। हालांकि, ट्रंप का नाम पहले भी एप्स्टीन से जुड़ी डॉकेट्स और रिकॉर्ड्स में आ चुका है, परन्तु इस बार यह खबर तब आई जब न्याय विभाग ने साफ कर दिया कि वो इन फाइलों को सार्वजनिक नहीं करेगा।
विवाद तब और गहरा गया जब कैलिफोर्निया के सीनेटर एडम शिफ ने X (पूर्व ट्विटर) पर वीडियो साझा कर कहा,
“हमें बॉन्डी और पटेल को तुरंत कमेटी में बुलाना चाहिए।”
ट्रंप और एप्स्टीन का पुराना रिश्ता
डोनाल्ड ट्रंप और जेफ्री एप्स्टीन की दोस्ती 1990 के दशक में काफी चर्चा में रही थी। हालांकि ट्रंप ने बाद में कहा था कि एप्स्टीन एक “terrific guy” थे, लेकिन उनके बीच में कुछ कारणों से अनबन हो गई थी।
Pam Bondi Epstein Files के हवाले से ये आरोप प्रत्यक्ष नहीं हैं, लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी का मानना है कि ट्रंप को निजी रूप से आगाह करना और बाद में फाइलें जारी न करना, न्याय में बाधा डाल सकता है।

न्याय विभाग और बॉन्डी का जवाब
न्याय विभाग की ओर से बॉन्डी और डिप्टी अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लांश की संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति आई, जिसमें उन्होंने कहा:
“हमने एप्स्टीन की फाइलों की जांच की और उसमें ऐसा कुछ नहीं पाया जो आगे जांच या मुकदमे के योग्य हो। यह जानकारी राष्ट्रपति को एक सामान्य प्रक्रिया के तहत दी गई थी।”
यानी Pam Bondi Epstein Files के मामले में DOJ ने कोई आपराधिक साक्ष्य न मिलने की बात कही है।
सार्वजनिक रिकॉर्ड में पहले से ट्रंप का नाम
एप्स्टीन की गिरफ्तारी के बाद कई पब्लिक रिकॉर्ड सामने आए, जिसमें हजारों पन्ने थे — FOIA रिक्वेस्ट, कोर्ट डॉकेट्स, और सिविल सूट्स के दस्तावेज़।
- एक 2016 के बयान में एक पीड़िता ने कहा कि वह ट्रंप के अटलांटिक सिटी के कसीनो में एप्स्टीन के साथ कुछ घंटे बिता चुकी है।
- लेकिन उसने ट्रंप से मिलने की बात नहीं कही और कोई भी प्रत्यक्ष आरोप नहीं लगाए।
यह बात फिर से ध्यान देने योग्य है कि Pam Bondi Epstein Files में नाम का होना अपराध का प्रमाण नहीं होता।

रिपब्लिकन रिएक्शन
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने बयान दिया:
“यह खबर डेमोक्रेट और लिबरल मीडिया द्वारा गढ़ी गई एक और झूठी कहानी है।”
रिपब्लिकन पार्टी इसे राजनीतिक साजिश बता रही है और ट्रंप के समर्थक इस खबर को फेक न्यूज कहकर खारिज कर रहे हैं।
क्या बॉन्डी को बुलाया जाएगा?
सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी में डेमोक्रेट्स की मांग है कि Pam Bondi Epstein Files मामले में बॉन्डी और पटेल को बुलाया जाए। यदि ऐसा हुआ, तो यह राष्ट्रपति चुनावों के वर्ष में ट्रंप की रणनीति और उनकी छवि पर प्रभाव डाल सकता है।
इस पूरे प्रकरण से जुड़ा WSJ रिपोर्ट लिंक पढ़ें:
Wall Street Journal Report on Pam Bondi & Trump
और सोशल मीडिया की भूमिका
ऑनलाइन स्लीथ्स, स्वतंत्र पत्रकार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस खबर को लेकर जबरदस्त बहस जारी है।
खासतौर पर X (Twitter) पर #PamBondiTestify ट्रेंड कर रहा है।
कुछ लोगों का मानना है कि Pam Bondi Epstein Files के मामले में पारदर्शिता बेहद जरूरी है, जबकि कुछ इसे चुनावी हथकंडा कह रहे हैं।
अमेरिकी राजनीति पर असर
इस मामले से ट्रंप के चुनावी अभियान पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि अब तक कोई कानूनी कार्रवाई या अपराध सिद्ध नहीं हुआ है, लेकिन 2024 में ट्रंप की उम्मीदवारी को लेकर मीडिया और जनता की निगाहें इस केस पर टिकी रहेंगी।
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